कवि वह है जो सुन्दर रसयुक्त रूप में अभिव्यक्ति करता है। और सामान्य अथवा स्पष्ट के परे गहन यथार्थता का वर्णन करता है। इसीलिये वैदिक काल में कवि मन्त्र दृष्टा हैं।