चेन्नई

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चेन्नई

चेन्नई
प्रदेश
 - जिलाएँ
तमिलनाडू
 - चेन्नई
 • कांचीपुरम
 • तिरुवल्लूर
स्थान 13.09° N 80.27° E
क्षेत्रफल
 - समुद्र तल से ऊँचाई
1180  स.की.मी

 - 6 मीटर
समय मण्डल IST (UTC+5:30)
जनसंख्या (2005)
 - घनत्व
69 लाख (5th)
 - 5,847/स.कि.मी.
महापौर पद खाली
संकेतक
 - डाक
 - दूरभाष
 - वाहन
 
 - 600 xxx
 - +91 (0)44
 - TN-01 से TN-09 और TN-22
वेबसाइट: www.chennaicorporation.com


चेन्नई तमिलनाडू की राजधानी है और भारत की चौथा सबसे बड़ा महानगर है। यह बंगाल की खाडी के कोरमंडल तट पर स्थित है। शहर की आबादी लगभग ७६ लाख (7.6 million) है, और यह ३६८ साल पुराना महानगर विश्व का ३६वाँ सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है।

यह शहर एक बडा वाणिज्यिक एवं औद्योगिक केन्द्र है, जो अपनी सांस्कृतिक परम्परा एवं मन्दिरों की शिल्प कला के लिए प्रसिद्ध है। चेन्नई भारत के स्वचलित वाहनों की राजधानी है, क्योंकि इस उद्योग क्षेत्र के अधिकतर इकाइयों के कारखाने यहाँ स्थित हैं, और भारत की अधिकतर स्वचलित वाहनें यहीं बनाई जाती हैं। इस कारण चेन्नई को दक्षिण एशिया का डिट्रॉइट कहा जाता है। यह पश्चिमी देशों से outsourced jobs का भी मुख्य केन्द्र है। १२ कि.मी. लम्बा मरीना बीच, जो इस शहर का पूर्वी तट है, विश्व का द्वितीय सबसे लम्बा बीच (तट) है। खेल मैदानों के लिए प्रसिद्ध इस शहर में चेन्नई ओपन नामक भारत के एकमात्र ए.टी.पी टेन्निस प्रतियोगिता का आयोजन होता है।

[बदलें] नामकरण

मद्रास नाम मद्रासपट्नम से लिया गया है। मद्रासपट्नम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा सन् १६३९ में चुना गया स्थायी निवास स्थल है। इसके दक्षिण में चेन्नपट्नम नामक गाँव स्थित था। कुछ समय बाद इन दोनों गाँवों के संजोग से बने शहर को "मद्रास" नाम दिया गया। पर उसी जगह के निवासी इसे "चेन्नपट्नम" या "चेन्नपुरी" कहते थे।

सन् १९९६ में शहर का नाम बदल कर "चेन्नई" रखा गया, क्योंकि "मद्रास" शब्द को पुर्तगी नाम माना जाता था। यह माना जाता है कि इस शहर का पुर्तगी नाम "माद्रे-डि-सॉइस" नामक पुर्तगी सरकारी अफ़सर के नाम से लिया गया था, जो लगभग सन् १५०० में इस जगह को अपने स्थायी निवास बनाने वाले पहले लोगों में शामिल थे। पर कुछ लोग यह मानते हैं कि "मद्रास" शब्द ही तमिल मूल का है, तथा "चेन्नई" शब्द किसी अन्य भाषा का हो सकता है।

[बदलें] इतिहास

चेन्नई और उससे लगे हुए इलाके पहली सदी ई. से ही महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक, सामरिक और आर्थिक केन्द्र रहे हैं। महाबलिपुरम् (मामल्लापुरम् ) के पास मिले अवशेषो से इस क्षेत्र के बारे में बहुत कुछ पता चलता है । आरंभिक चोल शासकों की गतिविधियों का नाभिकीय केन्द्र चेन्नई के इर्द-गिर्द था ।