धार्मिक क्रांति
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कोइ भी धर्म बुरा नही होता, लेकिन बिचौलियों (पंडितों आदि) के भग्वान और भक्त के बीच में आ जाने से वह हितकारी नहीं रह पाता हें | धार्मिक क्रांति मुख्यतः इन्ही बिचौलियों या पंडितों आदि के शूरु किए आडम्बरो और अमान्वीय क्रत्यों के विरुध एक आन्दोलन होता हैं ।
[संपादित करें] प्रमुख वाद
- यूरोप में प्रोटेस्टेंट्वाद
- भारत में जातिवाद
[संपादित करें] धर्म के झूठे एवं गलत अनुवाद
- बहु पत्नि प्रथा
- जाति प्रथा
- सती प्रथा
- प्रदा प्रथा
- डायन बताकर महिलाओं को जलाना या मारना
- देवदासी प्रथा
- शिक्षा से दलितों को वंचित करना
- धर्म युद्ध के नाम पर युद्ध को बढ़ावा देना
- बाल हिवाह
- दहेज प्रथा
[संपादित करें] धार्मिक क्रांतिकारी
- गोतम बुध
- आम्बेडर का धर्म परिर्वतन
- मटिर्न लूथर किंग
- राजा राममोहन राय