1893
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
1893 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है।
अनुक्रमणिका |
[संपादित करें] घटनाएँ
[संपादित करें] जनवरी-मार्च
अरविंद घोष (1872-1950) 14 वर्ष बाद भारत लौटे। उन्होंने राजनीतिक एवं आध्यात्मिक चिंतन को नई दिशा दी। अपने लेख "न्यू लैंप्स फ़ॉर ओल्ड" में तत्कालीन नरमपंथी राजनीति की आलोचना की।
[संपादित करें] अप्रैल-जून
[संपादित करें] जुलाई-सितंबर
11 सितंबर : विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानन्द द्वारा हिन्दुत्व के विषय में सारगर्भित भाषण। उन्होंने अपना भाषण "अमेरिका के भाईयो और बहनो" संबोधन से आरम्भ किया जिस पर श्रोताओं ने खडे हो ससम्मान तालियाँ बजाईं। उन्हें तूफ़ानी हिन्दू कहा गया।
[संपादित करें] अक्तूबर-दिसंबर
16 नवंबर 1893 श्रीमती ऐनी बेसेंट भारत आईं और बनारस में अपना निवास बनाया।
[संपादित करें] अज्ञात तारीख़ की घटनाएँ
[संपादित करें] जन्म
[संपादित करें] जनवरी-मार्च
[संपादित करें] अप्रैल-जून
[संपादित करें] जुलाई-सितंबर
[संपादित करें] अक्तूबर-दिसंबर
[संपादित करें] निधन
[संपादित करें] जनवरी-मार्च
[संपादित करें] अप्रैल-जून
[संपादित करें] जुलाई-सितंबर
[संपादित करें] अक्तूबर-दिसंबर
ये लेख अपनी प्रारम्भिक अवस्था में है, यानि कि एक आधार है। आप इसे बढ़ाकर विकिपीडिया की मदद कर सकते है।