चौदहवीं का चाँद (1960 फ़िल्म)
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चौदहवीं का चाँद | |
![]() फ़िल्म का पोस्टर |
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निर्देशक | म सादिक़ |
निर्माता | गुरुदत्त फ़िल्म्स |
पटकथा | तबीश सुल्तानपुरी |
संवाद | साग़िर उस्मानी |
मुख्य कलाकार | गुरु दत्त, जॉनी वाकर, वहीदा रहमान |
संगीत निर्देशक | रवि |
रिलीज़ तिथि | 1960 |
अवधि | 169 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
आईएमडीबी पर जानकारी |
चौदहवीं का चाँद हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो 1960 में प्रदर्शित हुई।
अनुक्रमणिका |
[संपादित करें] संक्षेप
[संपादित करें] चरित्र
[संपादित करें] मुख्य कलाकार
गुरुदत
[संपादित करें] दल
[संपादित करें] संगीत
रवि द्वारा संगीतबद्ध इस फिल्म का शीर्षक गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ था जिसे शकील बदायुंनी ने लिखा था । -
चौदहवीं का चांद हो या आफ़ताब हो,
जो भी हो तुम ख़ुदा की क़सम लाज़वाब हो ।
[संपादित करें] रोचक तथ्य
[संपादित करें] परिणाम
[संपादित करें] बौक्स ऑफिस
[संपादित करें] समीक्षाएँ
[संपादित करें] नामांकरण और पुरस्कार
- इस फिल्म के शीर्षक गीत के लिए मोहम्मद रफ़ी को अपना पहला फ़िल्म फेयर अवॉर्ड मिला था ।