रोमन धर्म

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रोमन धर्म प्राचीन रोम नगर और इटली देश का सबसे मुख्य- और राजधर्म था । ये एक मूर्तिपूजक और बहुदेवतावादी धर्म था । इसमें एक अदृश्य ईश्वर की अवधारणा नहीं थी । ईसाई धर्म के राजधर्म बनने के बाद ईसाइयों ने इसपर प्रतिबंध लगा दिया । इसके बाद ये लुप्त हो गया ।

इस धर्म के कई देवताओं के सम्तुल्य देवता प्राचीन यूनानी धर्म में मिलते हैं, और कुछ हिन्दू धर्म में भी ।

इस लेख में देवताओं के अंग्रेज़ी उच्चारण दिये गये हैं, मौलिक लैटिन नहीं।

[संपादित करें] देवता

इस धर्म में कई देवता थे : जुपिटर (देवराज), बैक्कस, अपोलो, क्यूपिड, मार्स, मरक्युरी, प्लूटो, सैटर्न, वुल्कन, नेप्चून, मिथ्रास (मित्र), इत्यादि । रोमन देवताओं में बाद के रोमन सम्राट भी शामिल थे ।

[संपादित करें] देवियाँ

प्रमुख देवियाँ थीं जूनो, मिनर्वा, सिरीस, फ़्लोरा, फ़ोर्तूना, डायना, वीनस, इत्यादि ।

[संपादित करें] पूजा

पूजा मुख्यतः पशुबलि द्वारा होती थी (गाय, सांड, सूअर, भेड़, आदि) । इस धर्म में कुछ ख़ास आध्यात्मिकता नहीं थी ।