टार्न

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सर्क या हिमगह्रवर जी घाटी में स्थित चट्टानों पर अत्यधिक हिम के दबाव तथा अधिक गहराई क्र कारण अपरदन की क्रिया सम्पन्न होने के कारण छोटे-छोटे अनेक गड्ढ़ों का निर्माण हो जाता हैं और जन हिम पिघल जाती हैं तो इन गड्ढ़ों में पानी के रुप में भर जाता हैं तथा झील का निर्माण होता हैं, इन्ही झीलों को टार्न या सर्क झील कहते हैं ।

हिमानी स्थलाकृति पृथ्वी
अपरदनात्मक स्थलरुप
'यू' आकार की घाटी | गिरिश्रंग | टार्न |तीक्ष्ण कटक | फियोर्ड | भेड़ पीठ शैल | लटकती घाटी | श्रंग पुच्छ | हिमगह्वर | हिमसोपान

निक्षेपात्मक स्थलरुप
एस्कर | केम | ड्रमलिन | हिमोढ़