सतना जिला

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सतना

सतना जिला 23 डि. 58’ और 25 डि. 12’ उत्तरी अक्षांश तथा 80 डि.21’ और 81 डि. 23’ पूर्वी देशांतर के बीच स्थित है। सतना जिला रीवा संभाग के अंतर्गत आता है। मुख्यालय के शहर के नाम पर सतना जिले का नाम रखा गया। इसकी सीमा उत्तर में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से लगी हुई है। जिले की पूर्वी सीमा रीवा जिले की त्यौंथर, सिरमौर और हुजूर तहसील से तथा सीधी जिले की गोपदबनास तहसील से लगी हुई है। जिले की सम्पूर्ण पश्चिम सीमा पन्ना जिले तथा दक्षिणी सीमा जबलपुर जिले की मुरवारा तथा उमरिया जिले की बांधवगढ़ तहसील और शहडोल जिले की ब्यौहारी तहसील से लगी हुई है। सतना जिला विंध्य प्लेटू के लगभग 10000 से 11000 फीट की ऊचाई पर स्थित है। जिले का दक्षिणी भाग नागोद तहसील के 24 डि.30’ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है जहां ऊंची-नीची पहाड़ियां है।  तहसील का दक्षिणी भाग 800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।


शैक्षणिक संस्थानः

शासकीय महाविद्यालय स्टेशन रोड
कमला नेहरू महाविद्यालय, प्रेम नगर
 विधि महाविद्यालय, प्रेम नगर 
 इंदिरा महाविद्यालय, हास्पिटल चौक
पोलीटेक्निक कालेज बिरला रोड
 वीएमवी महाविद्यालय, प्रेम नगर  

आकर्षक स्थलः-


दर्शनीय स्थलः

चित्रकूट धाम
 मां शारदा मंदिर मैहर
 तुलसी संग्रहालय, रामवन
शिवमंदिर बीरसिंहपुर 

होटलः


ऐतिहासिक तथ्यः

सतना जिला ऐतिहासिक रूप से बघेलखंड क्षेत्र में आता है। इस पर रीवा राजघराने का शासन था। बाद मे इस पर अंग्रेजी हुकूमत का आधिपत्य हो गया। इनमें मैहर, नागौद. कोठी, जासो, सोहावल और बारौधा और चौबे जागीर में पालदेव, पहरा, तरौन, भैसुंदा और कामता-राजुला थे। बौद्ध धर्म की किताब और महाभारत में भी इसका उल्लेख है।