प्रभाकर श्रोत्रिय

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

[संपादित करें] जीवन परिचय

डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय
डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय

डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय का जन्म 19 दिसंबर, 1938 को जावरा (मध्यप्रदेश) भारत में हुआ। हिंदी आलोचना में प्रभाकर श्रोत्रिय एक महत्वपूर्ण नाम है पर आलोचना से परे भी साहित्य में उनका प्रमुख योगदान रहा है। खास कर नाटकों के क्षेत्र में। उन्होंने कम नाटक लिखे पर जो भी लिखे उसने हिंदी नाटकों को नई दिशा दी। पूर्व में मध्यप्रदेश साहित्य परिषद के सचिव एवं 'साक्षात्कार' व 'अक्षरा' के संपादक रहे हैं एवं विगत सात वर्षों से भारतीय भाषा परिषद के निदेशक एवं 'वागर्थ' के संपादक पद पर कार्य करने के साथ-साथ वे भारतीय ज्ञानपीठ नई दिल्ली के निदेशक पद पर भी कार्य कर चुके हैं।


शिक्षाः

पीएच.डी., डी.लिट


प्रकाशित कृतियाँ-

  • आलोचना- 'सुमनः मनुष्य और स्रष्टा', 'प्रसाद को साहित्यः प्रेमतात्विक दृष्टि', 'कविता की तीसरी आँख', 'संवाद', 'कालयात्री है कविता', 'रचना एक यातना है', 'अतीत के हंसः मैथिलीशरण गुप्त', जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकता'. 'मेघदूतः एक अंतयात्रा, 'शमशेर बहादूर सिंह', 'मैं चलूँ कीर्ति-सी आगे-आगे',
  • निबंध-'हिंदीः दशा और दिशा', 'सौंदर्य का तात्पर्य', 'समय का विवेक', 'समय समाज साहित्य'
  • नाटक- 'इला', 'साँच कहूँ तो. . .', 'फिर से जहाँपनाह'।
  • प्रमुख संपादित पुस्तकें- 'हिंदी कविता की प्रगतिशील भूमिका', 'सूरदासः भक्ति कविता का एक उत्सव प्रेमचंदः आज', 'रामविलास शर्मा- व्यक्ति और कवि', 'धर्मवीर भारतीः व्यक्ति और कवि', 'समय मैं कविता', 'भारतीय श्रेष्ठ एकाकी(दो खंड), कबीर दासः विविध आयाम, इक्कीसवीं शती का भविष्य नाटक 'इला' के मराठी एवं बांग्ला अनुवाद तथा 'कविता की तीसरी आँख' का अंग्रेज़ी अनुवाद प्रकाशित।


1993 में नार्वे यात्रा। अनेक महत्वपूर्ण संस्थानों के सदस्य।


पुरस्कार और सम्मानः

अखिल भारतीय आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार (उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान), आचार्य नंददुलारे वाचपेयी पुरस्कार (म.प्र. साहित परिषद), अखिल भारतीय केडिया पुरस्कार, समय शिखर सम्मान (कान्हा लोकोत्सव), श्रेष्ठ कला आचार्य (मनुवन, भोपाल), अखिल भारतीय रामवृक्ष बेनीपुरी पुरस्कार (बिहार सरकार), अखिल भारतीय श्री शारदा सम्मान (म.प्र. के हि.सा. एवं संस्कृतिन्यास देवरिया) एवं माधव राव सप्रे पत्र संग्रहालय का रामेश्वर गुरु साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार।


हिंदी के प्रमुख साहित्यकार
अमरकांतअरुण कमलअलका सरावगीअशोक चक्रधरअसगर वजाहतआचार्य रामचंद्र शुक्ल | अमृतलाल नागरअज्ञेयअमीर खुसरो | आचार्य चतुरसेन शास्त्रीइलाचंद्र जोशीउदय प्रकाशउपेन्द्रनाथ अश्कडाक्टर कन्हैयालाल नंदन | काका हाथरसी | कमलेश्वरकामतानाथ | कृष्ण चंदरकृष्ण बलदेव वैदकृष्णा सोबतीगिरिराज किशोरगीतांजली श्रीचित्रा मुद्गलचंद बरदाई | जयशंकर प्रसाद | जैनेन्द्रदेवकी नंदन खत्रीदण्डपाणी जयकान्तन | धर्मवीर भारतीनरेन्द्र कोहलीनरोत्तमदासनागार्जुननिर्मल वर्मापं महावीर प्रसाद द्विवेदी | पांडेय बेचन शर्मा उग्रप्रभाकर श्रोत्रियप्रेमचंदफणीश्वर नाथ रेणुबनारसीदासबाबू गुलाबरायभगवती चरण वर्माभारतेंदु हरिश्चंद्रभीष्म साहनीमनोहर श्याम जोशीममता कालियामलिक मोहम्मद जायसीमहादेवी वर्मामहावीर प्रसाद द्विवेदीमीरा बाईमैथिलीशरण गुप्त | मैत्रेयी पुष्पामोहन राकेशमृदुला गर्गयशपालयज्ञदत्त शर्मारघुवीर सहाय | रवीन्द्र कालियारहीम | रांगेय राघवराजेन्द्र सिंह बेदी | राजेन्द्र यादवरामधारी सिंह दिनकररांगेय राघवराही मासूम रज़ाराहुल संकृत्यायनलक्ष्मीकांत वर्माविनोद कुमार शुक्लविष्णु नागरविष्णु प्रभाकर | वीरेन्द्र जैनवृंदावन लाल वर्माशरद जोशीशिवानीश्रीलाल शुक्लशेखर जोशीशैलेश मटियानीसत्येन कुमारसंत कबीरसर्वेश्वर दयाल सक्सेनासुमित्रानंदन पंतसूर्यबालासूरदाससूर्यकांत त्रिपाठी निराला | से.रा.यात्रीहजारी प्रसाद द्विवेदी| हरिशंकर परसाई | हृदयेशज्ञान चतुर्वेदीज्ञानरंजन