श्रीनिवास रामानुजन्

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श्रीनिवास रामानुजन्
जन्म 22 दिसम्बर, 1887
इरोड, तमिल नाडु
निधन 26 अप्रैल, 1920
चेटपट, (चेन्नई), तमिल नाडु
निवास भारत, संयुक्त राजशाही
राष्ट्रीयता भारतीय
कार्यक्षेत्र गणित
मातृ-संस्था कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
शैक्षणिक सलाहकार जी. एच. हार्डी और जॉन इडेन्सर लिटलवुड
ख्याति के कारण लैंडॉ-रामानुजन् स्थिरांक

रामानुजन्-सोल्डनर स्थिरांक
रामानुजन् थीटा फलन
रॉजर्स-रामानुजन् तत्समक
रामानुजन् अभाज्य
कृत्रिम थीटा फलनs

रामानुजन् योग
धर्म हिन्दू

श्रीनिवास रामानुजन् इयंगर (तमिल ஸ்ரீனிவாஸ ராமானுஜன் ஐயங்கார்) (22 दिसम्बर, 1887 – 26 अप्रैल, 1920) एक महान भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है। इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए। ये बचपन से ही विलक्षण प्रतिभावान थे। इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं। इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है, यद्यपि इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है। हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है। इनके कार्य से प्रभावित गणित के क्षेत्रों में हो रहे काम के लिये रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है।

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