पंथ
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पंथ शब्द के मुख्यतः दो अर्थ होते हैं (1) मत अथवा सिद्धांत और (2) मार्ग। प्रयोग के अनुसार इसके भिन्न अर्थ हो सकते हैं।
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[संपादित करें] उदाहरण
- कव्वाली की परम्परा सूफ़ी पंथ से जुड़ी है
- कबीर पंथ में बंदगी का बड़ा महत्व है।
- भारत जैसे विशाल देश में अनेक पंथ तथा कई प्रकार की बोलियों का होना स्वाभाविक है।
- एक पंथ दो काज।
- दिसि अरु बिदिसि पंथ नहिं सूझा। (रामचरितमानस - अरण्यकाण्ड)
[संपादित करें] मूल
- पंथ मूलतः संस्कृत का शब्द है।
[संपादित करें] अन्य अर्थ
- मत
- सिद्धान्त
- संप्रदाय
- धर्म
- मजहब
- मार्ग
- रास्ता
- राह
[संपादित करें] संबंधित शब्द
- पंथी
[संपादित करें] हिंदी में
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