मुरैना जिला

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मुरैना-


इस जिले में पानी की आपूर्ति चंबल, कुंवारी, आसन और शंक नदियों द्वारा होती है। चंबल नदी का उदगम इंदौर जिले से हुआ है। यह नदी राजस्थानी से लगती उत्तर-पश्चिमी सीमा में बहती है। जिले के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 50 फीसदी भाग खेती योग्य है। जिले का 42.94 फीसदी क्षेत्र सिंचित हैं। नहर इस क्षेत्र की सिंचाई का मुख्य साधन है। जिले की मुख्य फसल गेहूं है। सरसों का उत्पादन भी जिले में प्रचुर मात्रा में होता है। बाजरा मुख्य खरीफ फसल है।


समुद्र तल से ऊंचाईः

तापमान (°C) :

उत्कृष्ट मौसमः




मुख्य उद्योगः

 मुरैना मंडल सहकारी शक्कर कारखाना
 पुंज लयाड लिमिटेड
 राज्य परिवहन तिलहन सहकारी संघ आयल केक 
 के.एस. आयल्स लिमिटेड, सालवेंट आयल, डी आयल केक 
जे.के. इंडस्ट्रीज (टायर प्लांट) लिमिटेड, आटोमोबाइल नायलोन एंड रेडियल टायर  


संग्रहालयः

शिवा मूर्ति संग्रहालय

जैन चित्रशाला 
शक्त वीथिका 
विविधी वीथिका
धातु प्रतिमा फोटो और चित्रशाला  

शैक्षणिक संस्थाएं-

शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बाह रोड मुरैना
शासकीय कन्या महाविद्यालय मुरैना
जीएलएस महाविद्यालय बानमोर, मुरैना 
अम्बाह पीजी कालेज अम्बाह मुरैना
शासकीय महाविद्यालय पोरसा, मुरैना

शासकीय महाविद्यालय जौरा, मुरैना

शासकीय नेहरू महाविद्यालय, सबलगढ़, मुरैना
आचार्य नरेद्रदेव महाविद्यालय कैलारस, मुरैना
 शिवशंकर महाविद्यालय सुमावली, मुरैना 
ऋषि गालव महाविद्यालय, मुरैना  

पयर्टन स्थलः

मीतावली नूराबाद मुगल कालीन स्मारक
सबलगढ़ का किला
राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य 

Places of interest:

सिहोनिया (कछवाहा राज्य की राजधानी) 
 पहाड़गढ़ (गुफा चित्रकारी)  

कुटवार लिखीछाज पदावली (गुप्त कालीन)

नारेश्वर- नोरार


होटलः


ऐतिहासिक तथ्यः


जनसांख्यिकी विवरणः जिले की कुल आबादी 1279.09 हजार है।