राम मोहन राय

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

राजा राम मोहन राय (1772-1833) 19वीं सदी के भारत के समाज सुधारकों में से एक थे । उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा जाता है । इनका जन्म बंगाल में 1772 में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था । इनके पिता एक वैष्णव थे जबकि माता शाक्त । १५ वर्ष की आयु तक उन्हें बंगाली, संस्कृत, अरबी तथा फ़ारसी का ज्ञान हो गया था । किशोरावस्था में उन्होने काफी भ्रमण किया । उन्होने 1803-1814 तक ईस्ट इंडिया कम्पनी के लिए भी काम किया । उन्होने सती प्रथा का कड़ा विरोध किया । ब्रह्म समाज की स्थापना की तथा विदेश भ्रमण भी किया (इंग्लैण्ड तथा फ़्रांस) ।