त्रिफला

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हरड़ बड़ी एक भाग, आंवला एक भाग तथा बहेड़ा एक भाग , सबका अलग अलग महीन या कपड़छान चूर्ण करके एक में अच्‍छी तरह से मिला दें। इसे त्रिफला यानी तीन फलों के मिश्रण से बना चूर्ण कहते हैं।

अनुक्रमणिका

[संपादित करें] त्रिफला के प्रयोग

  • त्रिफला मुख्यतः कब्ज की औषधि है।
  • प्रतिदिन रात्रि को तांबे के लोटे में जल रखकर उसमें दो चम्मच त्रिफला चूर्ण डाल दें तथा ढँक कर रख दें। दूसरे दिन सुबह जल को कपड़े से छानकर आँखों में छीटें मारें। इससे आँखों की ज्योति मे वृद्धि होती है। साथ ही छन जाने के बाद बचे हुये त्रिफला के गीले चूर्ण को सिर पर अच्छी तरह से लगायें। लगभग आधे घंटे के बाद सिर धो लें। इससे केश मजबूत होते हैं तथा बाल नहीं पकते।

[संपादित करें] सन्‍दर्भ ग्रन्‍थ:

  • आयुर्वेद सार संग्रह,
  • सिद्ध योग संग्रह


[संपादित करें] यह भी देखें

आयुर्वेद


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