बाढ़ के बाद करनीय
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[संपादित करें] बाढ़ ग्रस्त घर में सावधानी
बाढ़ ग्रस्त मकान में काफी खतरा रहता है। बाढ़ के बाद ऐसे घर तथा इमारत में अन्दर आने से पहले सावधान रहे।थके हालत में या जल्दबाज़ी में ऐसे घर में न घुसने की कोशिश करे।
जलतीिबजली के तार, गैस लीक, सीढ़ी और फर्श में पिसलन, गिरती हुई दीवार और छत, घर में घुसे जानवर तथा साँप से आपको सावधान रहना चाहिये।
[संपादित करें] बिजली
- सब से पहले ये जांच करे की घर के िबजली की लाइन बन्ध है। गीला फर्श या दीवार छूने से भी आप िबजली से मौत के शिकार हो सकते है।
- मैन स्विच बन्ध कर दे।
- अगर फर्श गीला है तो सूखे लकड़ी/प्लास्टिक के स्टूल/कुर्सि पे खड़े रहके स्विच बन्द करे।
- पानी मैं खड़ै रहकर मैन स्विच बन्ध करने की कोशिश कभी न करे !
- सूखे लकड़ी से तथा रबर का दस्ताना पहने भी आप स्विच बन्द कर सकते है।
- कोइ बिजली चलित सामग्री चलाने की कोशिश फिलहाल न करे।
[संपादित करें] गैस
- गैस की रेगुलेटर बन्ध कर दे।
- माचिस न जलाये।
- बीड़ी तथा सिगरेट धुम्रपान न करे।
- टार्च बार-बार आन-आफ न करे। जलाये है तो जला के रखे।
[संपादित करें] क्षति निवारण
[संपादित करें] इमारत में क्षति
[संपादित करें] पहली मंजिल /भूतल मंजिल
- अगर पानी घर मैं घुस गया हो तो उसे पम्प से निकाला जा सकता है।
- घर के बिजली की लाइन से पम्प न चलाये। डीसेल तथा पेट्रोल से चालित पम्प उपयोग करे।
- घर मैं जमे पानी बाहर के भीगे मिट्टी के दबाव से दीवार को बचाता है। अगर ये पानी वक्त से पहले तता ज़ादा जल्दबाज़ी से निकाला जाय तो दीवार टूट सकता है। फर्श भी ऊपर के की तरफ टूट सकती है। डूबा हुआ सामान को और डूबे रहने से ज़ादा खतरा नही है।
- हर दिन जमे पानी के एक-तिहाइ से ज़ादा बाहर पम्प न करे।
- पम्प किया हुआ पानी घर से दूर फेंके।
- बाहर पानी चले जाने के बाद ही पम्प करे।
- पानी निकालने के बाद कचरा ओर कीचड़ भीगे रहते ही निकाल फेंके।
- दीवार सूखने के पहले साफ पानी से धोए।
- तीन लीटर पानी मैं एक कप ब्लीचिंग पाउडर मिला कर फर्श और दीवार रगड़ के धोए।
- खिड़की और दरवाजा खोल के घर को सूखने दे।
[संपादित करें] सामग्री में क्षति
[संपादित करें] बिजली चलित सामग्री
- अगर स्विच/प्लग/फ्यूज़ में पानी तथा कीचड़ घुस गया हो तो खोल के सूखने दे।
- जो बिजली चलित सामान पानी में दूबा रहा था उन्हे फिर चलाने से पहले मिस्त्री से जांच करवाये।
- सामान के बाहरी हिस्सा गरम पानी और बर्तन साफ करने की पाऊडर से धोये।
- फिर एक लीटर पानी में दो चम्मच ब्लीचिगं पाऊडर मिला के धोये।
- सामान से कीचड़ साफ करते वक्त कपड़े बार-बार धोये ताकि धातु या सेरामिक पर खरोच ना पड़े।
- फ्रिज के अन्दर तथा गैस्केट उपर लिखे नीयमो के अनुसार साफ करे। फिर सूखने दे।
- अगर दुर्गन्ध नहीं गया हो तो एक लीटर गरम पानी में एक चम्मच सोडा से धोये।
- वाशिंग मशीन साफ करने के लिये खाली मशीन में ब्लीच डाल के १५ मिनट सबसे गरम सेटिगं पे चलाये।
- यह सब काम करते रबर के दस्ताना पहने।
[संपादित करें] कपड़े
- ठंडे पानी से धो कर कीचड़ निकाले।
- दाग निकलने के बाद ही गरम पानी से धोये ताकि दाग बस न जाये।
- ब्लीच / फिनाईल/ गरम प्रेस/ ड्राई क्लीन से कपड़े को दूशन से मुक्त करे।
[संपादित करें] बर्तन
- जो बर्तन टुकड़ों में खुल सकता है उसे खोल दे।
- गरम पानी और डिटर्जटं से धोये।
- कांच, पोर्सिलेन, सक्त प्लास्टिक के लिये : २ लीटर गरम पानी में १ चम्मच ब्लीचिगं पाऊडर घोले। १० मिनट भीगोये।
- एलुमिनियम, स्टील, तामा और चाँदी के बर्तन के लिये : १० मिनट उबलते पानी में रखे।
- नरम प्लास्टिक और काठ के बर्तन फेक दे।
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[संपादित करें] अग्रेज़ी स्रोत
- नार्थ डाकोटा स्टोट यूनिवर्सिटी, संयुक्त राष्ट्र, कृषी विभाग
- फेडेरल इमर्जन्सि मैनेजमेन्ट एजंसी, संयुक्त राष्ट्र
- गुजरात दुर्घटना शासन अधिकार्य