अक्षय तृतीया
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वैशाख मास में शुक्ल्पक्ष की तृतीय तिथि को अक्षयतृतीया आखातृतीया आखातीज नाम से पुकारा जाता है शाब्दिक अर्थ जिसका कभी क्षय ना हो अर्थात अजर-अमर व अमिट हो अत: इस तिथि को जो भी कार्य किया जाता है व अमिट हो जाता है
[संपादित करें] अन्य महत्व्पूर्ण तिथियाँ
हिन्दू धर्म मे चार तिथियाँ अति श्रेष्ठ मानी गयीं है
- चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ,
- अक्षयतृतीया
- दशहरा और
- दीपवली पूर्व प्रदोष तिथि
[संपादित करें] बाहरी कड़ियाँ
http://www.amarujala.com/dharam/default1.asp?foldername=20050510&sid=1