आर्द्रता
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वायुमण्डल मैं विद्यमान अद्र्श्य जलवाष्प की मात्रा ही आर्द्रता कहलाती हैं । यह आर्द्रता प्रथवी से वाष्पीकरण के विभिन्न रुपों से वायुमण्डल में पहुंचती हैं । आर्द्रता का जलवायु विज्ञान में सर्वाधिक महत्व होता हैं , क्योंकी इसी पर वर्षा, तथा वर्षण के विभिन्न रुप जैसे वायुमण्डलीय तूफान तथा विक्षोभ (चक्रवात आदि)आधारित होते हैं ।
[संपादित करें] आर्द्रता के प्रकार
- विशिष्ट आर्द्रता
- निरपेक्ष आर्द्रता
- सापेक्ष आर्द्रता