प्रयाग महिला विद्यापीठ

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प्रयाग महिला विद्यापीठ इलाहाबाद स्थित महिला विघापीठ है। इलाहाबाद के एक प्रबुद्ध नागरिक श्री संगमलाल अग्रवाल ने महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रयाग महिला विद्यापीठ संस्था की स्थापना की थी और उसके माध्यम से प्राइवेट परीक्षाओं 'प्रवेशिका', 'विद्या विनोदिनी', 'विदुषी' तथा 'सरस्वती' आदि की शिक्षा दी जाती थी। संगमलाल जी इन परीक्षाओं के द्वारी महिलाओं मे शिक्षा का प्रसार करना चाहते थे। अपनी संस्था की इन्हीं परीक्षाओं के प्रचार-प्रसार के लिए संगमलाल जी ने प्रयाग महिला विद्यापीठ स्कूल की स्थापना की थी, जिसकी प्रधानाचार्या श्रीमती महादेवी वर्मा को बनाया गया था। यह विद्यापीठ इलाहाबाद के साउथ मलाका नामक मुहल्ले में स्थित है। महादेवी वर्मा इसकी प्रधानाचार्या रहीं।

जब प्रयाग महिला विद्यापीठ स्कूल को हाईस्कूल और फिर इंटर कॉलेज बनाया गया तो महादेवी जी ने शिक्षा अधिनियम के अंतर्गत अपने आपको प्रधानाचार्या न बनाए रखकर सुजाता बोस को कॉलेज की प्रधानाचार्या बनाया था।

1971 में जब इसे महाविद्यालय का स्तर प्राप्त हुआ[१]। तो वे फिर से इसके महाविद्यालय विभाग की प्रधानायार्या बनीं।

महादेवी जी ने इस संस्था को अपने आप से इस तरह जोड़ लिया था कि दोनों एक दूसरे के पर्याय बन गए थे और धीरे-धीरे वह दिन भी आया, जब प्रयागवासी ही यह भूल गए कि प्रयाग महिला विद्यापीठ की स्थापना संगमलाल अग्रवाल ने की थी।

[संपादित करें] संदर्भ

  1. http://gist.ap.nic.in/cgi-bin/edn/ednshow.cgi/?en=02790