मेहमूद
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मेहमूद अली (१९३२-जुलाई २३, २००४) (आम तौर पर मेहमूद) एक भारतीय अभिनेता और फ़िल्म निर्देशक थे । हिन्दी फ़िल्मों में उनके हास्य कलाकार के तौर पर किये गये अदभुत अभिनय के लिये वे जाने और सराहे गये है । तीन दशक लम्बे चले उनके करीयर में उन्होने ३०० से ज़्यादा हिन्दी फ़िल्मों में काम किया ।
मेहमूद अभिनेता और न्रुत्य कलाकार मुम्ताज़ अली के नौ बच्चों में से एक थे । अभिनेता के तौर पर काम से पेहले वे छोटे मोटे काम करते थे, वाहन चलाने का काम भी करते थे। उस ज़माने में मीना कुमारी को टेबल टेनिस सिखाने के लिये उन्हे नौकरी पर रक्खा गया था । बादमें उन्होने मीना कुमारी की बहन मधु से शादी की । शादी करने और पिता बनने के बाद ज़्यादा पैसे कमाने के लिये उन्होने अभिनय करने का निश्चय किया । शुरुआत में उन्होने "दो बिघा ज़मीन" और "प्यासा" जैसी फ़िल्मों में छोटे मोटे पात्र निभायें । बादमें उन्हें मुख्य अभिनेता का काम भी मिला पर उनके हास्य पात्रों के अभिनय के लिये उन्हे खूब सराहा गया ।
उनके पुत्र लक्की अली एक लोकप्रिय गायक है जिन्होने फ़िल्मों में भी काम किया है ।
जुलाई २३, २००४ को वे नींद में ही गुज़र गये । वे बरसों से ह्रदयरोग से पीडीत थे । पिछले बरसों में उनकी सेहत बहुत खराब रेहती थी ।
[संपादित करें] उनकी खास फ़िल्में
- "ससुराल" शोभा खोटे के साथ (१९६१)
- "गुमनाम" हेलन के साथ (१९६५)
- "प्यार किये जा" मुमताज़ के साथ (१९६६)
- "लव इन टोक्यो" शोभा खोटे के साथ (१९६६)
- "पत्थर के सनम" (१९६७)
- "पडोसन" सुनील दत्त, सायरा बानु और किशोर कुमार के साथ (१९६८)
- "भूत बंगला"
- "बोम्बे टु गोआ"
- "साधू और शैतान" (१९६८)
- "हमजोली" (१९७०)
- "मैं सुन्दर हूं" लीना चंदावरकर के साथ (१९७१)
- "कुंवारा बाप" (१९७४)
- "संगर्श"
- "दो फ़ूल"
- "जिन्नि और जोनी"
- "सबसे बडा रुपय्या"
- "जोहर मेहमूद इन गोवा"
- "जोहर मेहमूद इन होंग कोंग"
उनके कुछ यादगार गाने थे "एक चतुर नार" "पडोसन" से, "आओ ट्विस्ट करें" "भूत बंगला" से, "ये दो दिवाने दिल के" "जोहर मेहमूद इन गोवा" से, "हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं" "गुमनाम" से ।
इस लेख को अंग्रेज़ी विकिपीडिया से अनुवाद किया गया है ।