पारा और गंधक के साथ काष्ठादिक औषधियों के योग से बनने वाली दवाओं को रसौषधि कहते हैं। रसौषधियों से रोगों की चिकित्सा जब की जाती है तब इसे रस चिकित्सा कहते हैं।