यह कफ सन्धियों में रहता है और इन स्थानों को कफ विहीन नहीं करता है। रसन कफ: यह कन्ठ में रहता है और रस को गृहण करता है। कड़वे और चरपरे रसों का ज्ञान इसी से होता है।
श्रेणी: आयुर्वेद