ज्ञानपीठ

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ज्ञानपीठ पुरस्कार भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला साहित्य का सर्वोच्च पुरस्कार है। इन पुरस्कारों कि स्थापना १९६१ में की गई और प्रथम पुरस्कार १९६५ में मलयालम लेखक जी शंकर कुरुप को प्रदान किया गया। भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में बताये गये किसी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है। पुरस्कार स्वरुप पांच लाख रुपये, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है।

वाग्देवी प्रतिमा

१९८२ से पहले यह पुरस्कार सिर्फ़ लेखक की एकल कृति के लिये दिया जाता था लेकिन इसके बाद से यह लेखक के भारतीय साहित्य में संपूर्ण योगदान के लिये दिया जाने लगा। अब तक कन्नड़ भाषा के लेखक सबसे अधिक सात बार यह पुरस्कार पा चुके हैं, हिन्दी भाषा को यह सम्मान अब तक ६ बार मिला है।

[बदलें] गत विजेता

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