गोआ

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

गोआ/गोवा
देश भारत
राजधानी

— प्राशासनिक
— न्यायिक1

 

पणजी
मुम्बई

भौगोलिक स्थिति

— अक्षांश
— देशांतर

 

— १५°ऊ.
— ७३° पू.

राज्यपाल एस सी जमीर
मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे
राजभाषा कोंकणी
मुक्ति दिवस 19 दिसंबर, 1961
राज्य का निर्माण 30 मई, 1987
जनसंख्या १.४ मिलियन
क्षेत्रफल ३७.०२ वर्ग कि.मी.

गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसँख्या के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा प्रान्तहै. पूरी दुनिया में गोवा अपने खूबसूरत समुंदर के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिये जाना जाता है. गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था. पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग ४५० सालों तक शासन किया और दिसंबर १९६१ में यह भारतीय प्राशासन को सौंपा गया.

अनुक्रमणिका

[बदलें] नाम का उदभव

महाभारत में गोआ का उल्लेख गोपराष्ट्र यानि गाय चरानेवालों के देश के रूप में मिलता है। दक्षिण कोंकण क्षेत्र का उल्लेख गोवाराष्ट्र के रूप में पाया जाता है. संस्कृत के कुछ अन्य पुराने स्त्रोतों में गोआ को गोपकपुरी और गोपकपट्टनकहा गया है जिनका उल्लेख अन्य ग्रंथों के अलावा हरिवंशम और स्कंद पुराण में मिलता है। गोवा को बाद में कहीं कहीं गोअंचलभी कहा गया है। अन्य नामों में गोवे, गोवापुरी, गोपकापाटन, औरगोमंत प्रमुख हैं. टोलेमी ने गोआ का उल्लेख इसवी सन 200 के आस-पास गोउबा के रूप में किया है। अरब के मध्युगीन यात्रियों ने इस क्षेत्र को चंद्रपुर और चंदौर के नाम से इंगित किया है जो मुख्य रूप से एक तटीय शहर था। जिस स्थान का नाम पुर्तगाल के यात्रियों ने गोआ रखा वह आज का छोटा सा समुद्र तटीय शहर गोअ-वेल्हा है। बाद मे उस पूरे क्षेत्र को गोआ कहा जाने लगा जिस पर पुर्तगालियों ने कब्जा किया।

जनश्रुति के अनुसार गोआ जिसमें कोंकण क्षेत्र भी शामिल है (और जिसका विस्तार गुजरात से केरल तक बताया जाता है) की रचना भगवान परशुराम ने की थी। कहा जाता है कि परशुराम ने एक यज्ञ के दौरान अपने वाणो की वर्षा से समुद्र को कई स्थानों पर पीछे धकेल दिया था और लोगों का कहना है कि इसी वजह से आज भी गोआ में बहुत से स्थानों का नाम वाणावली, वाणस्थली इत्यादि हैं। उत्तरी गोवा में हरमल के पास आज भूरे रंग के एक पर्वत को परशुराम के यज्ञ करने का स्थान माना जाता है।

[बदलें] इतिहास

गोआ के लंबे इतिहास की शुरात तीसरी सदी इसा पूर्व से शुरु होता है जब यहाँ मौर्य वंश के शासन की स्थापना हुई थी। बाद में पहली सदी के शुरुआत में इस पर कोल्हापुर के सातवाहन वंश के शासकों का अधिकार स्थापित हुआ और फिर बादामी के चालुक्य शासकों ने इसपर 580 इसवी से 750 इसवी पर राज किया। इसके बाद के सालों में इस पर कई अलग अलग शासकों ने अधिकार किया। 1312 इसवी में गोआ पहली बार दिल्ली सल्तनत के अधीन हुआ लेकिन उन्हें विजयनगर के शासक हरिहर प्रथम द्वार वहाँ से खदेड़ दिया गया। अगले सौ सालों तक विजयनगर के शासकों ने यहाँ शासन किया और 1469 में गुलबर्गा के बहामी सुल्तान द्वारा फिर से दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बनाया गया। बहामी शासकों के पतन के बाद बीजापुर के आदिल शाह का यहाँ कब्जा हुआ जिसने गोअ-वेल्हा हो अपनी दूसरी राजधानी बनाई।

1498 में वास्को डी गामा यहाँ आनेवाला पहला युरोपिय यात्री बना जो समुद्र के रास्ते यहाँ आया था। उसके इस सफल अभियान ने युरोप की अन्य शक्तियों को भारत पहुँचने के लिये दूसरे समुद्री रास्तों की तलाश के लिये प्रेरित किया क्योंकि तुर्कों द्वारा पारंपरिक स्थल मार्गों को बंद कर दिया गया था। 1510 में पुर्तगाली नौसेना द्वारा तत्कालीन स्थानीय मुगल राजा को पराजित कर पुर्तगालियों ने यहाँ के कुछ क्षेत्रों पर अपना अधिकार स्थापित किया गया। यहाँ वे अपना एक आधार बनाना चाहते थे जहाँ से वे मसालों का व्यापार कर सकें। सोलहवीं सदी के मध्य तक पुर्तगालियों ने आज के गोआ क्षेत्र में पूरी तरह अपनी स्थिती सुदृढ कर ली थी।

19 दिसंबर, 1961 को भारतीय सेना ने यहाँ आक्रमण कर इस क्षेत्र को मुक्त करवाया और गोआ भारत में शामिल हुआ। गोआ तथा इसके उपक्षेत्र दमन एवं दीव को भारत में संविधान के एक संघीय क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया। लेकिन 30 मई 1987 को गोआ को अलग राज्य का दर्जा दिया गया तथा गोआ भारत का 26 वाँ राज्य बना।

[बदलें] भूगोल

[बदलें] अर्थ जगत

[बदलें] सरकार और विधी व्यवस्था

[बदलें] आबादी

[बदलें] लोग और संस्कृति

[बदलें] यातायात

[बदलें] बाहरी

  • हवाई डाबोलिम हवाई अड्डा यहाँ का घरेलू हवाई अड्डा है जो देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है. अभी हाल के वर्षों में गोआ के लिये पणजी हवाई अड्डे से अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने भी शुरु हुई हैं.
  • सड़क गोआ मुम्बई, बंगलोर से काफी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, इन शह्रों से गोआ के लिये सीधी लक्जरी बसें चलती हैं. इसके अलावा अन्य नजदीक के शहर भी आप सड़क द्वारा यहाँ से जा सकते हैं.
  • रेल जबसे यहाँ कोंकण रेलवे की शुरुआत हुई है गोवा भारत के पूर्वी तटीय शहरों से जुड़ गया है. कोंकण रेलवे अपनी गति और अच्छी सेवा के लिये पूरे भारत में मशहूर है. इसके अलावा गोवा आने के लिये देश के किसी भी बड़े स्टेशन से आप वास्को डी गामा के लिये सीधी रेल ले सकते हैं.

[बदलें] आंतरिक

  • टैक्सी बिना मीटर और मीटर वाली टैक्सियाँ यहाँ पर्यटकों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने का सबसे लोकप्रिय साधन है. बिना मीटर वाली टैक्सियों में यात्री पहले से भाड़े के बारे में तय करते हैं.
  • बसस गोआ में ज्यादातर बसे प्राईवेट चालकों द्वारा चलाई जाती हैं. आम तौर पर बसों में काफी भीड़ होती है. गोआ सरकार द्वारा यहाँ कदम्ब बस सर्विस चलाई जाती है जिनमें धीरे चलनेवाली बसों से लेकर द्रुत सेवा की लंबी दूरी की बसें शामिल होती हैं.
  • नाव

[बदलें] पर्यटन

[बदलें] गोआ के जिले

गोआ में दो जिले हैं -

[बदलें] खेल

भारत के अन्य क्षेत्रों से हटकर; जहाँ क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है, गोआ का सबसे लोकप्रिय खेल फुटबाल है. यहाँ कई लोकप्रिय फुटबाल क्लब हैं. इसके अलावा गोआ के बहुत से खिलाड़ी हाकी में भी दिलचस्पी रखते हैं.

भारतीय संघ के राज्य Flag of India
अरुणाचल प्रदेश | असम | उत्तर प्रदेश | उत्तरांचल | उड़ीसा | आंध्र प्रदेश | कर्नाटक | केरला | गोआ | गुजरात | छत्तीसगढ़ | जम्मू और कश्मीर | झारखंड | तमिलनाडू | त्रिपुरा | दिल्ली | नागालैंड | पश्चिम बंगाल | पंजाब | बिहार | मणिपुर | मध्य प्रदेश | महाराष्ट्र | मिज़ोरम | मेघालय | राजस्थान | सिक्किम | हरियाणा | हिमाचल प्रदेश
केन्द्रीय सरकार द्वारा शासित संघ-शासित प्रदेश: अंदमान और निकोबार द्वीप | चंडीगढ़ | दमन और दीव | दाद्रा और नगर हवेली | पॉण्डिचेरी | लक्षद्वीप


The Flag of India, adopted on July 22, 1947.
भारत के प्रान्त और संघ राज्यक्षेत्र
प्रान्त आंध्र प्रदेशअरुणाचल प्रदेशअसमबिहारछत्तीसगढ़गोआगुजरातहरियाणाहिमाचल प्रदेशजम्मू और कश्मीरझारखंडकर्नाटककेरलामध्य प्रदेशमहाराष्ट्रमणिपुरमेघालयमिज़ोरमनागालैंडउड़ीसापंजाबराजस्थानसिक्किमतमिल नाडुत्रिपुराउत्तराखण्डउत्तर प्रदेशपश्चिम बंगाल
संघ राज्यक्षेत्र अंदमान और निकोबार द्वीपचंडीगढ़दादरा और नागर हवेलीदिल्लीदमन और दीवलक्षद्वीपपॉण्डिचेरी