भारत के महाकाव्यों में वाल्मीिक रामायण, तुलसीदास रचित रामचरित मानस, व्यास द्वैपान रचित महाभारत आदि गर्ंथ परमुख हैं. -कल्याण कुमार सिन्हा, नागपुर.